
मेहुल चौकसी के प्रत्यर्पण के लिए सीबीआई, विदेश मंत्रालय द्वारा किए गए प्रयास
भारत ने भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को डोमिनिका से देश वापस लाने के लिए दोतरफा रणनीति विकसित की है।
चोकसी के प्रत्यर्पण को सुरक्षित करने के लिए सीबीआई और विदेश मंत्रालय द्वारा डोमिनिकन अदालत में अलग-अलग आवेदन दायर किए गए हैं।
सूत्रों के मुताबिक, 13,000 करोड़ रुपये के पीएनबी घोटाले में चोकसी की संलिप्तता सीबीआई का मुख्य फोकस होगी। इसके अलावा, लंबित वारंट, रेड नोटिस और शुल्क सूचीबद्ध किए जाएंगे।
सीबीआई द्वारा दायर एक हलफनामे के अनुसार, मेहुल चोकसी की गिरफ्तारी का कारण ‘बैंक प्रक्रियाओं का दुरुपयोग करके धोखाधड़ी से ऋण जुटाना’ था। जब एक जांच चल रही थी, तो उसे गिरफ्तार करने के प्रयासों के बावजूद उसका ठिकाना अज्ञात था।
बहरहाल, विदेश मंत्रालय चोकसी की भारतीय नागरिकता की पुष्टि की मांग करेगा।
यदि हरीश साल्वे उनका प्रतिनिधित्व करते हैं तो डोमिनिकन अदालत दोनों एजेंसियों को आवेदन दायर करने की अनुमति देगी।
कोकसी को वर्तमान में डोमिनिका में रखा जा रहा है, जहां एक अदालत ने फैसला सुनाया कि वह एक उड़ान जोखिम है और जमानत से इनकार कर दिया। देश में उनके अवैध प्रवेश के कारण उनकी गिरफ्तारी हुई।