
टूलकिट मामला: अरविंद केजरीवाल ने कहा दिशा रवि की गिरफ्तारी लोकतंत्र पर अभूतपूर्व हमला
सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया कि बेंगलुरु स्थित जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि की गिरफ्तारी लोकतंत्र पर हमला है। टूलकिट मामले से जुड़े होने के कारण दिशा रवि को 5 दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया था।
जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि की गिरफ्तारी के एक दिन बाद, दिल्ली के मुख्यमंत्री, अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया पर लिखा, “21 साल की दिशा रवि की गिरफ्तारी लोकतंत्र पर एक अभूतपूर्व हमला है। हमारे किसानों का समर्थन करना कोई अपराध नहीं है।”
Arrest of 21 yr old Disha Ravi is an unprecedented attack on Democracy. Supporting our farmers is not a crime.
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 15, 2021
4 फरवरी को दिल्ली पुलिस ने 21 वर्षीय जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। उन पर स्वीडिश पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थुनबर्ग द्वारा पोस्ट की गयी टूलकिट दस्तावेज़ साझा करने का आरोप लगाया गया था। टूलकिट 3 विवादास्पद कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध से संबंधित था।
दिल्ली पुलिस के अतिरिक्त प्रवक्ता अनिल मित्तल के अनुसार, “जांच से पता चला है कि वह गूगल टूलकिट दस्तावेज़ के संपादकों में से एक है और दस्तावेज़ के निर्माण और प्रसार में एक प्रमुख साजिशकर्ता भी थी।”
प्राथमिकी धारा 124 ए (राजद्रोह), 153 (दंगा भड़काने के इरादे से भड़काऊ बयान देना), 153 ए (विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की 120 बी (आपराधिक साजिश) के तहत दर्ज किया गया था।
शनिवार की रात, दिशा को दिल्ली पुलिस की साइबर सेल टीम ने उत्तरी बेंगलुरु में उनके घर से गिरफ्तार किया। रविवार को उन्हे पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया जिसके बाद दिशा को 5 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
शुरू में पुलिस ने 7 दिन की रिमांड मांगी, क्योंकि उन्होंने दिशा पर 3 फरवरी को टूलकिट को संपादित करने का आरोप लगाया। दिशा ने कहा कि उन्होने केवल 2 लाइनों को संपादित किया था। उन्होने कहा, “मैंने किसानों का समर्थन करने के लिए ऐसा किया। किसानों के आंदोलन से मैं प्रभावित थी।“
पुलिस के अनुसार हजारों लोग भारत सरकार के खिलाफ ‘साजिश’ के कथित मामले में शामिल हैं।
मामला जारी है और पुलिस ने मामले में अधिक गिरफ्तारियों की संभावना से इनकार नहीं किया है।