किसानों का डाटा जुटा रही उद्धव सरकार, जल्द होगा बड़ा ऐलान
महाराष्ट्र में एक महीने से ज्यादा समय तक चले सियासी संग्राम के बाद गुरुवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस पार्टी के साथ मिलकर सरकार बना ली है. उन्होंने मुंबई के शिवाजी पार्क में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उनके साथ 6 मंत्रियों ने भी शपथ ली.
शिवसेना के कोटे से एकनाथ शिंदे और सुभाष देसाई ने मंत्री पद की शपथ ली, तो एनसीपी कोटे से छगन भुजबल और जयंत पाटिल ने शपथ ली. इसके अलावा कांग्रेस के कोटे से वरिष्ठ नेता बाला साहेब थोराट और नितिन राउत को मंत्री बनाया गाय है. गुरुवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने और सरकार बनाने के फौरन बाद उद्धव ठाकरे ने कैबिनेट की बैठक की. उद्धव ठाकरे सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में कई फैसले लिए गए.
उद्धव ठाकरे सरकार की पहली कैबिनेट का पहला फैसला
इस बैठक के बाद उद्धव ठाकरे ने कहा कि यह सरकार आम जनता के लिए काम करेगी. जनता का आशीर्वाद बना रहना चाहिए. उद्धव ठाकरे ने रायगढ़ के शिवाजी किले को संवारने का भी ऐलान किया है. उन्होंने बताया कि इस कैबिनेट ने जो पहला निर्णय लिया है, वह रायगढ़ के विकास के लिए 20 करोड़ रुपये को मंजूरी देना है, जो छत्रपति शिवाजी महाराज की राजधानी थी.
ठाकरे सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में किसानों पर भी चर्चा हुई और किसानों की कर्जमाफी भी सरकार के एजेंडे में शामिल है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बताया कि सूबे के मुख्य सचिव से किसानों को लेकर जानकारी मांगी गई है. हमारी सरकार किसानों की खुशहाली के लिए काम करेगी. हालांकि उद्धव ठाकरे ने पहली कैबिनेट की बैठक में किसानों के लिए कोई बड़ा ऐलान नहीं किया.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे 24 अक्टूबर को ही आ गए थे, लेकिन उद्धव ठाकरे की सरकार बनने में एक महीने चार दिन का समय लग गया. दरअसल चुनाव परिणाम आने के बाद से ही शिवसेना और बीजेपी में मुख्यमंत्री पद को लेकर ठन गई थी. चुनाव के नतीजे आने के बाद से शिवसेना ने ठान लिया था कि इस बार मुख्यमंत्री उसका ही होगा. शिवसेना की इसी जिद के चलते बीजेपी से गठबंधन टूटा, तो एनसीपी और कांग्रेस के साथ नया गठबंधन बना.
गुरुवार शाम को मुंबई के शिवाजी पार्क में महाराष्ट्र की राजनीति का इतिहास रचा जा रहा था. पहली बार ऐसा था, जब शिवसेना के भगवे के साथ कांग्रेस और एनसीपी के झंडे भी लहरा रहे थे. शिवसेना के संस्थापक बाला साहेब ठाकरे जिस शिवाजी स्टेडियम से हुंकार भरा करते थे, उसी शिवाजी स्टेडियम में उनके बेटे उद्धव ठाकरे ने सूबे के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने उद्धव ठाकरे को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई.